सुपौल। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, बिहार द्वारा पोषित जीविका पिपरा अंतर्गत सहयोग जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ, निर्मली के माध्यम से रविवार को समेकित मुर्गी पालन योजना के तहत पथरा दक्षिण में 100 जीविका दीदियों के बीच पहले लॉट के रूप में मुर्गियों का वितरण किया गया।
इस अवसर पर प्रखंड परियोजना प्रबंधक कन्हैया कुमार सिंह द्वारा मुर्गी वितरण का कार्य किया गया। कार्यक्रम में जीविका जिला कार्यालय से पशुधन युवा पेशेवर विक्रांत कुमार, जीविका पिपरा की क्षेत्रीय समन्वयक अर्चना कुमारी, सामुदायिक समन्वयक निशा भारती, और सहयोग जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ के कैडर उपस्थित रहे।
प्रखंड परियोजना प्रबंधक कन्हैया कुमार सिंह ने जानकारी दी कि जीविका से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से यह योजना चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा 2015 से ही गरीब निवारण के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी, जिससे जुड़कर महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। पहले भी कई महिलाओं को मुर्गी पालन से आजीविका को सशक्त करने का अवसर दिया गया है।
क्षेत्रीय समन्वयक अर्चना कुमारी ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इससे पूर्व भी विकास योजना-2 एवं 3 के अंतर्गत अन्य संकुल स्तरीय संघों में मुर्गी वितरण हो चुका है, जिससे दीदियों को अच्छा लाभ मिला। अब एक बार फिर यह वितरण किया गया है ताकि उनकी आमदनी में वृद्धि हो और सतत विकास की दिशा में वे आगे बढ़ें।
इस योजना से लाभान्वित होने वाली दीदियों में भारी उत्साह और आत्मविश्वास देखा गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बिहार की महिलाएं आत्मनिर्भरता की दिशा में लगातार मजबूत कदम बढ़ा रही हैं।
यह पहल न केवल आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक प्रयास है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को सम्मानजनक जीवन जीने की राह भी दिखा रही है।
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