सुपौल। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के तीन अलग-अलग स्थानों पर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इन शिविरों में कुल 381 गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई। मुख्य शिविर छातापुर मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में लगाया गया था, जहां 230 महिलाओं ने स्वास्थ्य जांच कराई। वहीं बलुआ बाजार स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) में 86 और ग्वालपाड़ा एपीएचसी में 65 गर्भवती महिलाएं जांच के लिए पहुंचीं।
शिविर की शुरुआत सुबह से ही हो गई थी, जहां पंजीकरण काउंटर पर महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई। जांच से पहले सभी महिलाओं का पंजीकरण किया गया। इसके बाद क्रमवार रूप से खून जांच, रक्तचाप मापन, यूरिन टेस्ट, हीमोग्लोबिन स्तर की जांच समेत अन्य आवश्यक परीक्षण किए गए।
स्वास्थ्य जांच में एनीमिया और कमजोरी से पीड़ित महिलाओं की पहचान कर उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया तथा उन्हें उचित स्वास्थ्य परामर्श भी दिया गया। शिविर के सफल आयोजन में आशा कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही, जिनके सहयोग से बड़ी संख्या में महिलाएं जांच कराने पहुंचीं।
इस संबंध में बीएचएम रवींद्रनाथ शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को समय पर उचित जांच और परामर्श प्रदान करना है, ताकि मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।

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