- संपूर्ण सुरक्षा के लिए सभी बालिकाओं को लगाया गया एचपीवी का दूसरा डोज
- एचपीवी टीका का दोनों डोज लगाने से ग्रीवा कैंसर से सुरक्षित रहेंगी बालिकाएं
- 06 माह के अंतराल पर बालिकाओं को लगाया जाता है एचपीवी का दूसरा डोज
पूर्णिया। जिले में 09 से 14 वर्ष की बालिकाओं को भविष्य में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत जिले में 09 से 14 आयु वर्ग की बालिकाओं को कैम्प आयोजित करते हुए गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से सुरक्षित रखने के लिए ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) का टीका लगाया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कैम्प आयोजित करते हुए बालिकाओं को 06 माह के अंतराल पर एचपीवी टीका का दोनों डोज लगाया जा रहा है। सोमवार को पूर्णिया पूर्व प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय बेलौरी में चिकित्सकों, एएनएम और फार्मासिस्ट की उपस्थिति में 09 वर्ष से 14 वर्ष की 39 बालिकाओं को एचपीवी टीका का दूसरा डोज लगाया गया। टीका लगाने के बाद बालिकाओं को कुछ देर विशेषज्ञों की निगरानी में रखते हुए स्वास्थ्य जानकारी ली गई। इसके बाद सभी बालिकाओं को सुरक्षित घर भेजा गया। परिजनों की उपस्थिति में एचपीवी दोनों डोज का टीका लगाने के बाद बालिकाओं द्वारा भविष्य में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से सुरक्षित रहते हुए सामान्य जीवन का लाभ आसानी से उठा सकेंगी। पूर्णिया पूर्व प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय बेलौरी में 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को एचपीवी टीकाकरण के दौरान विद्यालय प्रधानाध्यापक, शिक्षक, पूर्णिया पूर्व प्रखंड के चिकित्सा अधिकारी डॉ माणिक, बीईई एस. के. जायसवाल, फार्मासिस्ट रमन झा, एएनएम माधुरी सिन्हा, यूनिसेफ बीएमसी अमित कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी और लाभार्थी बालिकाओं के परिजन उपस्थित रहे।
संपूर्ण सुरक्षा के लिए सभी बालिकाओं को लगाया गया एचपीवी का दूसरा डोज
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को भविष्य में गर्भाशय के ग्रीवा कैंसर से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों के विद्यालयों में कैम्प आयोजित करते हुए 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को एचपीवी का टीका लगाया जा रहा है। बालिकाओं को ग्रीवा कैंसर से सुरक्षा के लिए छः माह के अंतराल पर एचपीवी टीका दो डोज लगाया जाता है। इसके बाद बालिकाएँ भविष्य में गर्भाशय के ग्रीवा कैंसर ग्रसित होने से सुरक्षित रहते हुए सामान्य जीवन का लाभ उठा सकती हैं।
जानें क्या है ह्यूमन पेपीलोमा वायरस
ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) एक ऐसा संक्रमण है जो असुरक्षित यौन संबंध बनाने से महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में संक्रमित हो जाता है। इसकी जानकारी संक्रमित महिला को बहुत समय बाद होती है। इस दौरान संबंधित महिला सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित हो सकती है। भारत में हर साल 01 करोड़ से अधिक मामले पाए जा रहे हैं। बालिकाओं को किशोरावस्था में एचपीवी टीका लगाने से उन्हें सर्वाइकल कैंसर ग्रसित होने की संभावना खत्म हो जाती है जो वे कैंसर ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकती हैं।
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