सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कृषि, उद्यान एवं पशुपालन विभाग के पदाधिकारियों ने जिले में खरीफ फसलों, उर्वरक उपलब्धता और अन्य कृषि संबंधी गतिविधियों की समीक्षा की।
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जिले में 83% खरीफ फसलों का आच्छादन हो चुका है, जबकि शेष क्षेत्र में जूट फसल लगी है। जूट की कटाई के बाद शत-प्रतिशत आच्छादन पूरा कर लिया जाएगा। इस मौसम में कम वर्षा होने के कारण खरीफ फसलों की सिंचाई हेतु डीजल अनुदान दिया जा रहा है। डीजल अनुदान के लिए 31 जुलाई से 30 अक्टूबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन की तिथि निर्धारित है, अब तक 95 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी आवेदनों की विभागीय जांच कर समय पर निष्पादन सुनिश्चित किया जाए। उर्वरक उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी गई कि जिले में यूरिया 2525 MT, DAP 2240 MT, MOP 1492 MT एवं NPK 4982 MT उपलब्ध है। उर्वरक वितरण की निगरानी के लिए पंचायत से लेकर जिला स्तर तक निरीक्षण दल का गठन किया गया है। डीएम ने सीमावर्ती क्षेत्रों के उर्वरक प्रतिष्ठानों का विशेष निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।
जिला उद्यान पदाधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 506 एकड़ में सूक्ष्म सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके विरुद्ध अब तक 175 किसानों द्वारा 581.37 एकड़ के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया है। इनमें से 23 किसानों को 96 एकड़ के लिए कार्यादेश जारी किए गए हैं। साथ ही नारियल, अंजीर, केला, अमरूद और नींबू जैसे फलदार पौधों का वितरण भी किया जा रहा है। डीएम ने विभाग को अतिरिक्त 500 एकड़ के लक्ष्य के लिए मांग पत्र भेजने का निर्देश दिया, ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें।
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि बरसात के मौसम में पशुओं को होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। डीएम ने पशु चिकित्सीय वाहनों को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए।
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