सुपौल। सहरसा से अररिया जा रही एक यात्री बस में बुधवार को यात्रा कर रहे 14 वर्षीय बालक के बेहोश हो जाने से अफरा-तफरी मच गई। घटना त्रिवेणीगंज ब्लॉक चौक स्थित बिजली कार्यालय के पास की है। जानकारी के अनुसार, अररिया जिले के शिवपुरी वार्ड संख्या 9 निवासी ललित चौपाल का पुत्र आदर्श कुमार (14 वर्ष) अपनी मां, भाई और बहन के साथ छठ पूजा मनाकर सुपौल जिले के बैरोल स्थित पैतृक गांव से लौट रहा था।
परिजनों ने बताया कि वे यदुवंशी कृष्ण रथ बस (संख्या BR 43 P 9241) से अररिया लौट रहे थे। बस में पहले से ही भारी भीड़ थी। सभी सीटें भरी होने के बावजूद चालक और परिचालक ने यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने के लिए भी चढ़ा लिया। भीड़ इतनी अधिक थी कि सीटों के बीच की जगह तक पूरी तरह भर चुकी थी। इसी दौरान सफर के बीच आदर्श कुमार अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा।
मां सविता देवी के चिल्लाने की आवाज सुनकर चालक ने बस को त्रिवेणीगंज ब्लॉक चौक के पास रोका और बच्चे को उसके परिजनों के साथ वहीं सड़क किनारे उतार दिया। इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई, लेकिन अधिकांश लोग मदद करने के बजाय मोबाइल से वीडियो बनाते रहे।
इसी बीच संयोगवश वहां से गुजर रहे लतौना निवासी नीलांबर कुमार निराला ने मानवता का परिचय देते हुए बच्चे को तुरंत अनुमंडलीय अस्पताल, त्रिवेणीगंज पहुंचाया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. श्रवण कुमार ने बच्चे का इलाज शुरू किया। चिकित्सक के अनुसार, बच्चे को अत्यधिक भीड़भाड़ और ऑक्सीजन की कमी के कारण चक्कर आकर बेहोशी आई थी।
वहीं, बस चालक ने सफाई देते हुए कहा कि चुनाव के कारण बसों की कमी है, जिसके चलते यात्रियों की संख्या अधिक हो गई थी। सभी को मना करना मुश्किल था। फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर भीड़भाड़ और असुरक्षित बस यात्रा की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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