सुपौल। 45वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (SSB) की ओर से बुधवार को बसंतपुर प्रखंड के सातनपट्टी पंचायत स्थित नरपतपट्टी गांव में मानव तस्करी के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को मानव तस्करी जैसी गंभीर सामाजिक बुराई के प्रति जागरूक, सतर्क और सजग बनाना था।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गांव के पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन उप निरीक्षक (महिला) भावना ने किया। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों एवं एसएसबी जवानों को विस्तारपूर्वक बताया कि मानव तस्करी क्या होती है, यह किन-किन तरीकों से की जाती है, और इससे बचाव के कौन-कौन से प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर जागरूकता ही इस अपराध को रोकने का सबसे सशक्त माध्यम है। भावना ने लोगों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत सुरक्षा बलों या पुलिस प्रशासन को दें ताकि मानव तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाया जा सके।
कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि सीमा क्षेत्र में इस तरह के अभियान चलाने का उद्देश्य स्थानीय लोगों को जागरूक करना और उन्हें अपराध नियंत्रण में साझेदार बनाना है।
इस अवसर पर भगवानपुर मुखिया चंदन राम, सहायक कमांडेंट जगत्तेर सिंह, सउपनि/सा भारत भूषण, मुख्य आरक्षी सुनील कुमार सहित एसएसबी के अन्य 10 कर्मी मौजूद रहे। वहीं स्थानीय ग्रामीणों में ओमप्रकाश झा, उमेश साह, उपेंद्र साह, दिनेश साह, कामेश्वर पासवान, दिनेश मेहता, लक्ष्मण मेहता, रामजी मेहता, बबीता देवी, संगीता देवी, भूटनी देवी, रामचंद्र राम सहित कई लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम के अंत में एसएसबी अधिकारियों ने उपस्थित ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि सीमा क्षेत्र में इस प्रकार के जनजागरूकता अभियानों को लगातार जारी रखा जाएगा ताकि मानव तस्करी जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सके।

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