सुपौल। कोसी की जटिल समस्याओं के स्थायी समाधान की मांग को लेकर गुरुवार को बसंतपुर प्रखंड के भगवानपुर पंचायत के साहेवान स्थित कोसी पूर्वी तटबंध पर विशाल मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कोसी मुक्ति मोर्चा कमिटी एवं जिला परिषद सदस्य अर्चना मेहता उर्फ किरण कुशवाहा ने किया।
मानव श्रृंखला में सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल हुए और सरकार से कोसी क्षेत्र की समस्याओं पर ठोस कदम उठाने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि तटबंध बनने के बाद से हर वर्ष बाढ़, बालू जमाव, किसानों की उपजाऊ भूमि का बंजर होना और पलायन जैसी समस्याएं विकराल रूप धारण कर चुकी हैं। लेकिन अब तक किसानों को उचित मुआवजा और राहत नहीं मिली है।
वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ठोस समाधान नहीं किया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। जिप सदस्य किरण कुशवाहा ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह कोसी पीड़ित किसानों का है, जिनकी उपजाऊ भूमि तटबंध बनने के बाद बालू में तब्दील हो गई, लेकिन अब तक उन्हें कोई स्थायी लाभ नहीं दिया गया। किसानों में भारी आक्रोश है और वे चुनाव बहिष्कार का मन बना रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि खेतों से बालू निकालने पर प्रशासनिक रोक रहती है, जिससे खेती असंभव हो गई है। वहीं, पुनर्वास स्थलों पर भी आज तक अधिकांश परिवारों को पर्चा नहीं मिला है। ऐसे में घर तोड़े जाने पर वे कानूनी सबूत तक पेश नहीं कर पाते।
लोगों ने कहा कि बांध के दोनों ओर सीपेज की समस्या गंभीर है। किसान इतनी बदहाली में हैं कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और शादी तक मुश्किल हो रही है। कोसी प्राधिकार गठन के समय आरक्षण और राहत देने का वादा किया गया था, लेकिन 40 वर्षों बाद भी वादा अधूरा है।
इस अवसर पर कोसी मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ मुखिया, सचिव किशोर ठाकुर, जिप सदस्य अर्चना मेहता, महेंद्र यादव, चण्डिका प्रसाद सिंह, पवन सिंह, हरिनारायण मेहता, हीरा लाल दास, सुशील मेहता, उमेश प्रसाद मेहता, रामप्रसाद मेहता, देव नारायण मंडल, दिनेश दास, वासुदेव पंडित, सकलदेव पौद्दार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।
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