परिजनों के अनुसार रंजू गुरुवार शाम करीब 4 बजे मवेशियों के लिए घास काटने निकली थी। देर रात तक जब वह वापस घर नहीं लौटी तो परिवार चिंतित हो उठा। रातभर खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने तलाश शुरू की, तभी बांस बाड़ी में उसका शव दिखाई दिया, जिसे देखकर सभी के होश उड़ गए।
रंजू का शव बांसों के बीच खून से लथपथ मिला। वहीं पास में घास काटने में इस्तेमाल होने वाले छटा और हसुआ भी बरामद हुए। इससे शक और गहरा गया है कि हत्या इन्हीं औजारों से की गई होगी।
मृतका लालपुर निवासी गुमानी मंडल की पुत्री थी। रंजू की शादी लगभग एक वर्ष पूर्व मधुबनी जिले के सिन्दूरपुरा गांव के दैता टोल में हुई थी। उसके पति दिल्ली में मजदूरी करते हैं, जिस कारण वह इन दिनों मायके में ही रह रही थी। शादी के महज एक वर्ष बाद ही इस दर्दनाक घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
घटना की सूचना मिलते ही सुपौल नदी थाना प्रभारी अमित कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और इलाके को घेरकर बैरिकेडिंग कर दी। वैज्ञानिक जांच के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है। टीम घटनास्थल से खून के नमूने सहित कई महत्वपूर्ण सबूत जुटा रही है। थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए हर पहलू पर गहन जांच की जा रही है। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।
रंजू की निर्मम हत्या ने पूरे लालपुर गांव को सदमे में डाल दिया है। ग्रामीण स्तब्ध हैं कि एक युवा बेटी इस तरह क्रूरता का शिकार बन जाएगी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने दावा किया है कि अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम तैनात की गई है। वहीं गांव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। यह हत्या पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है तथा लोग अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

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