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प्रतापगंज : छह माह से प्रभार नहीं सौंपने वाली प्रभारी एचएम पर कार्रवाई, दंडाधिकारी ने स्कूल का ताला तुड़वाकर दिलाया चार्ज


सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड के गोविंदपुर पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय घटहा मल्लाह टोला में छह माह से चल रहे प्रभार विवाद का अंत हो गया। लगातार विभागीय आदेश की अवहेलना कर रही प्रभारी एचएम वीणा देवी पर आखिरकार प्रशासन को सख्त रुख अपनाना पड़ा। देर से ही सही, लेकिन दंडाधिकारी की मौजूदगी में विद्यालय का ताला तुड़वाकर नवनियुक्त एचएम अमरेंद्र कुमार सिन्हा को प्रभार सौंपा गया।

विद्यालय में कई वर्षों से प्रभारी एचएम के रूप में कार्यरत वीणा देवी की जगह बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित एचएम अमरेंद्र कुमार सिन्हा की नियुक्ति की गई थी। श्री सिन्हा ने 23 जुलाई 2025 को विधिवत योगदान भी कर लिया था, लेकिन प्रभारी एचएम वीणा देवी लगातार प्रभार देने से इंकार करती रहीं। इस कारण विद्यालय के आवश्यक अभिलेखों का संधारण बाधित रहा और छात्रहित बुरी तरह प्रभावित होने लगा।

बीआरसी कार्यालय से प्रभारी बीईओ सह बीपीआरओ शिल्पा कुमारी ने कई बार मौखिक और लिखित निर्देश देकर प्रभार सौंपने को कहा, लेकिन वीणा देवी ने टालमटोल करते हुए आदेशों की अवहेलना की। मामला जब प्रखंड नियोजन इकाई तक पहुंचा तो जांच में आरोप सही पाए गए। इसके बाद नियोजन इकाई ने वीणा देवी को निलंबित कर उनका मुख्यालय सुमरित कन्या मध्य विद्यालय स्थानांतरित कर दिया, फिर भी उन्होंने प्रभार सौंपने से इंकार कर दिया।

प्रकरण को गंभीर मानते हुए विभाग ने दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की। अनुमंडल पदाधिकारी वीरपुर के आदेशानुसार गुरुवार 4 दिसंबर को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सीओ आशु रंजन, प्रभारी बीईओ शिल्पा कुमारी, पुलिस अवर निरीक्षक पूनम कुमारी एवं पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे। मौके पर सीआरसी गोविंदपुर के प्रधानाध्यापक उद्यानंद झा एवं विद्यालय संचालक भी मौजूद थे।

पदाधिकारियों ने वीणा देवी को शांतिपूर्वक प्रभार सौंपने के लिए समझाया, लेकिन उन्होंने जिद पकड़ ली। जब दंडाधिकारी ने ताला तोड़ने का आदेश दिया और कार्रवाई शुरू हुई, तब उन्होंने मुख्य गेट और एक कमरे की चाबी तो सौंप दी, लेकिन प्रथम तल के कमरों की चाबी देने से फिर भी इंकार कर दिया और अधिकारियों से बदसलूकी भी की। 

दंडाधिकारी के आदेश पर कार्यालय, रसोईघर और ऊपर तल के कमरों का ताला तोड़कर अभिलेखों की सूची तैयार की गई। उपरी तल के कार्यालय व कक्षों में रखी सभी सामग्रियों और पंजियों को सुरक्षित रूप से दंडाधिकारी आशु रंजन के कब्जे में लिया गया। कैश रजिस्टर मांगे जाने पर वीणा देवी ने “खो जाने” का बहाना बना दिया। वहीं एक कमरे में रखे गोदरेज अलमारी को सील कर दिया गया।

दंडाधिकारी ने नवनियुक्त प्रधानाध्यापक अमरेंद्र कुमार सिन्हा को निर्देश दिया कि विद्यालय संचालन में यदि कोई व्यक्ति बाधा उत्पन्न करे, तो तुरंत विभाग को सूचना दें ताकि दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जा सके। इस कार्रवाई के बाद विद्यालय में लंबे समय से जारी प्रशासनिक गतिरोध समाप्त हो गया है।

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