- जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा आदेश जारी, सड़क सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा
सुपौल। जिले में सर्दी और घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं तथा जनहानि की घटनाएँ बढ़ने लगी हैं। रात और सुबह के समय कम दृश्यता, हैडलाइट की चमक, तेज गति एवं भारी वाहनों के स्पष्ट न दिखने के कारण दुर्घटनाएँ घटित होती हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए जिला परिवहन विभाग, सुपौल ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सभी प्रकार के वाहनों पर रेडियम/रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप, प्राथमिक उपचार पेटी, अग्निशमन यंत्र आदि सुरक्षा उपकरण अनिवार्य कर दिया है।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह उपाय त्वरित एवं अत्यंत आवश्यक है। आदेश के अनुसार ट्रक, बस, टमटम, ऑटो, ट्रैक्टर, निजी तथा सरकारी सभी वाहनों के पीछे की ओर रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाया जाएगा। इससे वाहन दूर से स्पष्ट दिखाई देंगे और दुर्घटना की संभावना में उल्लेखनीय कमी आएगी।
जारी आदेश की अवधि दिनांक 06 दिसंबर 2025 से 05 जनवरी 2026 तक निर्धारित की गई है। निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि यह कार्य किसी भी प्रकार की जबरदस्ती या दुरुपयोग के साथ नहीं किया जाएगा।आम जनमानस को उनकी खुद की सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाने के उद्देश्य से यह अभियान चलाया जा रहा है। वाहन मालिकों को सलाह दी गई है कि वे निर्धारित तिथि के भीतर अपने वाहन पर रेडियम टेप एवं सुरक्षा उपकरण अवश्य लगवा लें। इसके लिए जिला परिवहन कार्यालय द्वारा अधिकृत एजेंसी को कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जिला परिवहन पदाधिकारी सुपौल ने बताया कि दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण वाहन का स्पष्ट न दिखना है। रिफ्लेक्टर टेप लगने के बाद वाहन 100-150 मीटर की दूरी से दिखाई देते हैं, विशेषकर घने कोहरे में। सभी थानाध्यक्ष, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं यातायात पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे कार्य का व्यापक प्रचार-प्रसार करें,चेकिंग अभियान चलाएं तथा सड़क पर चल रहे वाहनों पर अनुपालन सुनिश्चित करें।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि ट्रक, ऑटो-टैक्सी संघों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में निम्न बिंदुओं पर चर्चा होगी। जिसमें सड़क दुर्घटना रोकथाम, रेडियम टेप लगाने की पद्धति, चालक जागरूकता, रात्रिकालीन यातायात प्रबंधन, सभी संघों से सहयोग की अपेक्षा की गई है ताकि सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि घने कोहरे में चलने वाले भारी वाहनों का खतरा अधिक रहता है। रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगने के बाद वाहन रात में दूर से दिखाई देते हैं, आमने-सामने टक्कर की संभावना कम होती है,चालक को दिशा एवं दूरी का अनुमान बेहतर मिलता है तथा दुर्घटना के जोखिम में उल्लेखनीय कमी आती है।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने आम नागरिकों, वाहन मालिकों एवं चालकों से अपील की है कि सड़क सुरक्षा सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अपने वाहन पर रेडियम/रिफ्लेक्टर टेप, प्राथमिक उपचार पेटी और सुरक्षा उपकरण अवश्य लगवाएं।सुरक्षा के इन छोटे उपायों से बड़े हादसों को रोका जा सकता है।

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