सुपौल। पिपरा पश्चिम मंडल के पथरा उत्तर शक्ति केन्द्र स्थित केशवनगर सुपौल में भाजपा किसान मोर्चा पिपरा पश्चिम के मंडल अध्यक्ष दिगम्बर गुप्ता की अध्यक्षता में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की 100वीं जन्म जयंती मनाई गई। मंडल अध्यक्ष श्रीगुप्ता ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सामाजिक न्याय के पुरोधा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत 36 वर्ष पश्चात् 100वीं जयंती पर देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के इस फैसले से बिहार के लोग काफी खुश है।मोदी जी को धन्यवाद,अति पिछड़ा समाज मोदी जी का ऋणी है।
मौके पर उपस्थित किसान मोर्चा सुपौल के जिलाध्यक्ष नलिन जायसवाल ने कहा कर्पूरी ठाकुर स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे।वे बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे।लोकप्रियता के कारण उन्हें जननायक उपाधि मिली।कर्पूरी ठाकुर का जन्म समस्तीपुर के पितौझिया गांव में हुआ था।नाई जाति से आने वाले कर्पूरी ठाकुर ने अपना सामाजिक जीवन देश के स्वतंत्रता संघर्ष से शुरू किया था।वे भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 26 महीने जेल में रहे थे। वे समाजवादी विचारधारा के नेता थे।इन्हीं के समय में हीं पिछड़ों के लिए आरक्षण की व्यवस्था हुइ थी।ये पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री रहे।1952 से लगातार विधानसभा सदस्य रहे और कभी वह चुनाव नहीं हरे।वे हमेशा अपनी सादगी के लिए जाने जाते थे।भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक राजनीतिक, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रह चुके हैं लेकिन अपने इतने अहम पदों पर रहने के बावजूद उनके पास छोटा सा घर था।अपनी गाड़ी भी नहीं थी। राजनीति में ईमानदारी सज्जनता एवं लोकप्रियता ने उन्हें जननायक बना दिया। कर्पूरी जी ने आजीवन कांग्रेस के विरुद्ध राजनीति की। आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी उन्हें गिरफ्तार करने में कामयाब नहीं हो पाई। प्रधानमंत्री रहते हुए चौधरी चरण सिंह जी जननायक के घर गए थे। यह की घर की चौखट छोटी थी और चौधरी जी के सिर में चोट लग गई चरण सिंह ने कहा कर्पूरी इसको जरा ऊंचा करवाओ, कर्पूरी ठाकुर जी ने कहा जब तक बिहार के गरीबों का घर नहीं बन जाता मेरा घर बन जाने से क्या होगा। इसके बाबजुद मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनको काफी विरोध झेलना पड़ा। कार्यक्रम में अशर्फी प्रसाद गुप्ता,अजंजय कुमार सिंह,कुंजी लाल मंडल,बेचन मंडल, बीरेन्द्र प्रसाद साह, भोगीलाल साह, राजकुमार साह,बहादुर साह,अमन कुमार,गंगा मंडल,दुर्गेश प्रसाद, सियाराम मंडल,घनश्याम साह,फुलेन्द्र साह,रामनंदन राम, जयप्रकाश साह, जानकी देवी,हेमंत कुमार,ललित कुमार साह,राजन कुमार,लक्ष्मण कुमार,खुशी लाल मंडल,मुकेश कुमार,सत्येंद्र प्रसाद,वासुदेव मंडल सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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