सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में नागपंचमी की धूमधाम व श्रद्धा पूर्वक के साथ मनायी गयी। जहां पूजा-अर्चना में श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। ग्रामीण नाग पंचमी को लेकर सवेरे से ही अपने-अपने घरों व आसपास साफ सफाई कर पूजा पाठ में जुट गए तथा नाग भगवान की पूजा अर्चना की।
मान्यता है कि सावन मास शुक्ल पक्ष में नाग भगवान की पूजा अर्चना करने से नागराज खुश होते हैं। नाग पंचमी अनुष्ठान को सुशोभित ढंग सजाकर पूजा पाठ किया जाता हैं तथा सांप बनाकर, दूध, लावा, फूल, फल चढ़ाया जाता है। पूजा अर्चना करने के लिए नाग चित्र या मिट्टी की सर्प मूर्ति चढ़ाकर नाग देवता की पूजा की जाती है। उसके बाद कच्चा दूध, घी, चीनी मिलाकर लकड़ी के पट्टे पर बैठे सर्प देवताओं को अर्पित किया जाता है। पूजा करने के बाद सर्प देवता की आरती उतारी जाती है तथा दरवाजे पर भगत द्वारा पूजा पाठ किया जाता है।
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