सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड मुख्यालय बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास संचालित कोसी अस्पताल में इलाजरत एक महिला की मौत के बाद शनिवार की शाम परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। मृतका की पहचान गोविंदपुर पंचायत वार्ड नंबर-8 निवासी महेंद्र शर्मा की पत्नी राधा देवी के रूप में हुई है।
परिजनों ने कोसी अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि राधा को शुक्रवार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल संचालक ने इलाज के नाम पर 22 हजार रुपये की मांग की, जिसे पीड़ित परिजन ने तत्काल दे दिया। इसके बाद 20 हजार और मांगे गए। संचालक लगातार पैसे मांगता रहा और आश्वासन देता रहा कि राधा जल्द ही ठीक हो जाएगी। लेकिन शनिवार शाम उसकी मौत हो गई।
मौत की सूचना फैलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल के बाहर जुट गए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे मुखिया प्रतिनिधि बुलन झा ने घटना की सूचना थानाध्यक्ष को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन इस बीच अस्पताल का सारा स्टाफ मौके से फरार हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। कोसी अस्पताल सहित कई फर्जी नर्सिंग होम वर्षों से गरीब और अशिक्षित लोगों को झांसा देकर इलाज के नाम पर शोषण कर रहे हैं। पीएचसी प्रतापगंज ने पूर्व में ही फर्जी नर्सिंग होम की सूची जिला प्रशासन को सौंपी थी, लेकिन उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस घटना के लिए सिर्फ अस्पताल संचालक ही नहीं, बल्कि प्रखंड और जिला प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
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