सुपौल। एसएसबी 45वीं बटालियन के शैलेशपुर बीओपी के जवानों ने भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता दिखाते हुए मानव तस्करी की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। शनिवार को चेक पोस्ट ड्यूटी के दौरान जवानों ने भारत के रास्ते नेपाल ले जाई जा रही एक 18 वर्षीय युवती को दो संदिग्ध व्यक्तियों के साथ पकड़ लिया। पूछताछ और प्रारंभिक जांच के बाद सभी को कागजी कार्रवाई पूरी कर भीमनगर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसएसबी 45वीं बटालियन के कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई भारत-नेपाल सीमा के पीलर संख्या 206/1 के समीप की गई। चेक पोस्ट पर तैनात जवानों को युवती की गतिविधियां संदिग्ध लगी, जिसके बाद उसे साथ जा रहे दोनों पुरुषों के साथ रोका गया और पूछताछ की गई।
पूछताछ के क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि युवती को नौकरी के नाम पर नेपाल ले जाया जा रहा था, लेकिन गहन पूछताछ में यह संकेत मिला कि इसके पीछे कोई और उद्देश्य हो सकता है। इस परिस्थिति को देखते हुए एसएसबी ने मानव तस्कर रोधी इकाई की उपस्थिति में आवश्यक कार्रवाई करते हुए सभी को भीमनगर थाना को सुपुर्द कर दिया।
पकड़े गए दोनों व्यक्तियों की पहचान मुकेश कुमार (निवासी–वीरपुर थाना क्षेत्र) और अमित कुमार (निवासी–पिपरा थाना क्षेत्र) के रूप में की गई है।
इस कार्रवाई में एसएसबी के मुख्य आरक्षी दीपक शर्मा एवं अन्य जवानों के साथ मानव तस्कर रोधी इकाई से उप निरीक्षक भावना व अन्य अधिकारी भी शामिल रहे।
एसएसबी की इस त्वरित और सतर्क कार्रवाई से एक संभावित मानव तस्करी की घटना को समय रहते रोका जा सका, जिससे सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की प्रभावशीलता स्पष्ट होती है।
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