सुपौल। सुपौल जिले समेत पूरे बिहार में 102 एंबुलेंस सेवा रविवार से पूरी तरह ठप हो गई है। सोमवार को भी एंबुलेंस कर्मी अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहे। इससे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष किशोर देव ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति, शेखपुरा (पटना) और चिकित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड, मुंबई (जैन प्लस प्राइवेट लिमिटेड) के बीच हुए समझौते के बावजूद श्रम अधिनियम के नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कर्मियों की मुख्य मांगों में श्रम कानून के अनुरूप वेतन और सुविधाएं सुनिश्चित हों। अतिरिक्त कार्य का भुगतान किया जाए। समय पर वेतन और वेतन पर्ची मिले। खराब एंबुलेंस की समय पर मरम्मत हो और खराबी की अवधि में वेतन न काटा जाए।
हड़ताल पर बैठे कर्मियों ने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। यदि आपातकालीन स्थिति में मरीजों को कोई असुविधा होती है तो इसकी जिम्मेदारी जैन प्लस प्राइवेट लिमिटेड की होगी।
धरना स्थल पर राजेश रंजन, अनिल, अनिकेत सिंह, प्रदीप झा, राजीव, बंटी राउत, अरुण कुमार, संतोष कुमार, विजय मेहता, पप्पु कुमार, मनीष कुमार, राकेश कुमार, रविन्द्र समेत जिले के सभी 102 कर्मी मौजूद रहे। कर्मियों ने कहा कि बार-बार समस्याएं उठाने के बावजूद समाधान नहीं निकलने से मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है।
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