सुपौल। बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ, बिहार पटना के आह्वान पर जिले के सभी विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों ने अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम डिग्री कॉलेज, सुपौल के सामने आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यपालक सहायकों ने भाग लिया।
धरना स्थल पर कार्यपालक सहायकों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्षों से विभिन्न विभागों में कार्यरत रहने के बावजूद अब तक उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा और अधिकार नहीं मिल पाया है। संघ ने स्पष्ट किया कि अब उनके धैर्य की सीमा समाप्त हो चुकी है और सरकार को उनकी जायज मांगों पर संज्ञान लेना ही होगा।
मुख्य 11 सूत्री मांगें
- कार्यपालक सहायकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए।
- सेवा की स्थायित्व गारंटी सुनिश्चित की जाए।
- समान कार्य हेतु समान वेतन लागू हो।
- नियमित कर्मचारियों के समकक्ष पदोन्नति मिले।
- कार्यकाल के आधार पर समय पर वेतन वृद्धि दी जाए।
- सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन एवं अन्य लाभ दिए जाएं।
- स्थानांतरण, अवकाश एवं सेवा संबंधी अधिकार नियमित कर्मचारियों जैसे हों।
- संविदा व्यवस्था समाप्त कर स्थायी भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।
- कल्याण कोष एवं बीमा योजना लागू की जाए।
- कार्य का प्रभार और जिम्मेदारी स्पष्ट परिभाषित की जाए।
धरना को सफल बनाने में जिलाध्यक्ष सगेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष रोहन कुमार, जिला सचिव पुष्कर राज, उप सचिव जावेद अख्तर, कोषाध्यक्ष राजा मिश्रा, मीडिया प्रभारी राजदीप यादव, सौरभ कुमार, विवेक कुमार, अभिषेक कुमार सहित कई पदाधिकारी और सदस्य सक्रिय रहे। वहीं महिला मोर्चा से महिला सचिव गायत्री कुमारी, महिला अध्यक्ष एकता कुमारी, पिंकी कुमारी, प्रियंका कुमारी, रूना, रूमा, रूबी, अंकिता, कृति सागर, सुप्रिया, सरस्वती, पल्लवी और ज्योति समेत कई महिला सदस्य मौजूद रहीं।

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