सुपौल। भारतीय संस्कृति में औषधीय पौधों का विशेष महत्व रहा है और आयुर्वेद में इन्हें स्वास्थ्य एवं जीवनशैली के संतुलन का आधार माना गया है। इसी कड़ी में सोमवार को 45वीं वाहिनी के परिसर में हर्बल वाटिका का रोपण किया गया। इस अवसर पर परिसर में अश्वगंधा, नीम, एलोवेरा, लैवेंडर, गुल बकावली, गुड़मार, शमी और आंवला सहित कई औषधीय पौधों का रोपण किया गया। इन पौधों के औषधीय लाभों की जानकारी भी दी गई।
इस अवसर पर कमांडेंट गौरव सिंह, कमांडेंट मेडिकल नरेश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी जगदीश कुमार शर्मा, उप कमांडेंट सुमन सौरभ, उप कमांडेंट हरजीत राव सहित अन्य बलकर्मी उपस्थित रहे।
हर्बल वाटिका को न केवल प्राकृतिक चिकित्सा का साधन बताया गया, बल्कि इसे समाज में औषधीय चेतना जागरूकता का सशक्त माध्यम भी माना गया।
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