सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की संध्या से शुरू हुई बेमौसम बारिश ने शुक्रवार तक लोगों के जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही वर्षा से जहां धान की लहलहाती फसल पानी में डूब गई है, वहीं सब्जी की खेती भी पूरी तरह बर्बाद हो गई है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है और मवेशियों के चारे की भारी किल्लत उत्पन्न हो गई है।
कई किसानों ने बताया कि जो धान की फसलें कटकर खेतों में रखी थीं, वे अब पानी में तैर रही हैं। वहीं जो फसलें कटाई की तैयारी में थीं, उनके खेतों में घुटने भर पानी जमा हो गया है। अपनी मेहनत की फसल पानी में डूबी देखकर किसान निराश और आहत हैं। कई किसानों की आंखों से आंसू छलक आए।
किसानों का कहना है कि इस बारिश ने उनके भविष्य को अंधकारमय बना दिया है। अब उन्हें भोजन-पानी, बच्चों की पढ़ाई और बेटियों के विवाह की चिंता सता रही है। जिन किसानों ने कर्ज लेकर खेती की थी, वे अब ऋण चुकाने की स्थिति में नहीं हैं।
स्थानीय किसान जलेश्वर साह, दिलीप साह, विनोद साह, जागे साह, देबू साह, कुदुश मियां, मोहम्मद मियां, सदिक मियां, मोफिल मियां, जीवन सौरभ और डब्लू झा ने बताया कि खेतों में पके हुए धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। सब्जी की खेती नष्ट हो जाने से सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
किसानों ने कहा कि एक माह पूर्व हुई भीषण बारिश से वे अब तक उबर नहीं पाए थे कि फिर से बेमौसम वर्षा ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब किसान केवल सरकार से उम्मीद लगाए हुए हैं कि उन्हें कर्ज माफी और पुनः खेती के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

कोई टिप्पणी नहीं