सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के चांदपीपर चौक स्थित सार्वजनिक मां काली मंदिर में मंगलवार से भव्य काली पूजा की शुरुआत हुई। मां काली की आराधना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। मान्यता है कि इस मंदिर में सच्चे हृदय से पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
जानकारी के अनुसार नवयुवक संघ के सदस्यों द्वारा वर्ष 1996 से हर वर्ष काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष भी परंपरा के अनुसार पंडित कामेश्वर झा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की शुरुआत की गई। मां काली की आकर्षक प्रतिमा का निर्माण प्रसिद्ध मूर्तिकार कन्हाई शर्मा ने किया है, जिसे बड़े ही सुंदर ढंग से सजाया गया है।
काली पूजा को लेकर दूर-दराज़ इलाकों से महिला एवं पुरुष भक्तजन मंदिर में दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं। पूजा के साथ-साथ इस वर्ष भी तीन दिवसीय भव्य मेले का आयोजन किया गया है, जो 21 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलेगा। मेले में रामलीला व विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
मेला कमेटी की ओर से अध्यक्ष नीरज कुमार यादव, सचिव रजनीश साह, कोषाध्यक्ष ललन कुमार, उपाध्यक्ष अमित कुमार सहित रामकुमार, विजय साह, विपेश कुमार, संदीप यादव, सूर्य नारायण यादव, उज्जवल कुमार, आकाश कुमार, गोपाल कुमार, इंद्रजीत कुमार, रोशन कुमार, अखिलेश कुमार, अभिनंदन कुमार आदि नवयुवक संघ के सदस्य सक्रिय रूप से मेले के संचालन में जुटे हैं।
मेला को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए विशेष भोलेन्टियर टीम का गठन किया गया है, जो मेले में सुरक्षा व व्यवस्था की निगरानी करेगी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मां काली की आराधना और मेला ग्रामीण आस्था, उत्साह और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन गया है, जो हर वर्ष भक्तों और श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ता है।

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