सुपौल। विधानसभा चुनाव से पहले त्रिवेणीगंज प्रखंड के औरलाहा पंचायत के परसाही वार्ड संख्या 11 के ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधा की मांग को लेकर बड़ा ऐलान किया है। दशकों से सड़क सुविधा से वंचित ग्रामीणों ने सोमवार को वोट बहिष्कार की घोषणा की।
गांव में आयोजित सभा में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया, जिनमें महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग और युवा शामिल थे। सभी ने हाथों में बैनर लिए नारे लगाए “नेता जी सुन लो पुकार, सड़क नहीं तो वोट से इनकार”, “रोड नहीं तो वोट नहीं”, “20 साल से वादा अधूरा”। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीणों का कहना है कि ठिठर कामत के घर से राजपूत टोला, मंडल टोला होते हुए राधा कृष्ण मंदिर तक लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क अब तक नहीं बन सकी है। दो दशक बीत जाने के बाद भी यह इलाका आवागमन के लिए सड़क से वंचित है। बरसात के दिनों में कीचड़ और जलजमाव की वजह से स्थिति बेहद खराब हो जाती है। पुराने सोलिंग युक्त रास्तों में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, जिससे गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के समय मुखिया, समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, विधायक और सांसद सभी वोट मांगने तो पहुंचते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई भी समस्या का समाधान नहीं करता। गांव की महिलाओं ने बताया कि सड़क नहीं रहने से एंबुलेंस और दमकल वाहन गांव तक नहीं पहुंच पाते। अगर कोई बीमार पड़ जाए, तो उसे कंधे या ठेला गाड़ी से उठाकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जब तक गांव में सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता, वे विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे।
विरोध प्रदर्शन में संझा देवी, रेखा देवी, उमेश कुमार सिंह, राहुल कुमार सिंह, मिथिलेश सिंह, आनंद कुमार सिंह, माधव आनंद, रौशन सिंह, शंभु मंडल, मदन मंडल, सूर्यदेव प्रसाद सिंह, रामदेव कामत, दुर्गानंद सिंह, अजित सिंह, ललन कुमार सिंह, डोमी मुखिया, बैधनाथ राय, राजकुमार कामत, भरत, अनिल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं महिलाएं शामिल थीं

कोई टिप्पणी नहीं