सुपौल। राघोपुर प्रखंड के हरिराहा पंचायत में चल रहे श्री कार्तिक पूजनोत्सव के अवसर पर आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन श्रद्धा और भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला। कथा सुनने के लिए आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिससे पूरा क्षेत्र भक्तिमय वातावरण में डूब गया।
ऋषिकेश से पधारे कथा वाचक संत श्री हरिदास जी महाराज ने अपनी मधुर वाणी में संगीतमय कथा प्रस्तुत की। उन्होंने प्रवचन के दौरान मानव जीवन की महत्ता, सत्संग के प्रभाव और अच्छे कर्मों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सत्संग से जीवन में सही दिशा मिलती है, जबकि बुरी संगत और नशे जैसी बुराइयाँ व्यक्ति को विनाश की ओर ले जाती हैं।
कथा के दौरान जब संत हरिदास जी ने भक्ति गीत “ले चल अपनी नगरीया अवध बिहारी सावरियां...” प्रस्तुत किया, तो पूरा पंडाल भक्ति रस में झूम उठा। श्रद्धालु नाचते-गाते भगवान श्रीराम के जयकारे लगाने लगे।
कार्यक्रम स्थल पर भक्तों की भारी भीड़ रही। महिलाओं और युवाओं में कथा सुनने को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। आयोजन के सफल संचालन में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी सराहनीय रही।

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